Sadhu Sunder Singh Centenary Church,
Diocese of Lucknow, Church of North India,
Prem Nagar, Jhansi.
प्रभु यीशु मसीह के पवित्र और मधुर नाम में जय मसीह की ।
झांसी के नगरा क्षेत्र में स्थित साधु सुंदर सिंह सैंटनरी चर्च पूर्व में
डिसाएपल चर्च के नाम से जाना जाता था और रेव्ह एच बी मसीह ने लगभग 20 वर्षों
तक यहां सेवा की । और सन 1970 में चर्च ऑफ़ नॉर्थ इंडिया के अस्तित्व में आने
के 2 वर्ष पश्चात 1972 में डिसाएपल चर्च का विलय सी एन आई में कराया और 1974
तक प्रभु की सेवा यहां की ।
तत्पश्चात 1974 से 1977 तक रेव्ह विलियम सिंह , 1977 से 1992 तक रेव्ह एस पी
लाल ने यहां प्रभु की सेवा की ।
सन् 1990 में डायसेस आफ लखनऊ द्वारा एक नया चर्च भवन का निर्माण कराया गया
जिसमें वर्तमान में प्रत्येक रविवार आराधना होती है ।
सन 1992 से 93 तक रेव्ह एस नाथ , 1993 से लेकर 1997 तक पुनः रेव्ह विलियम
सिंह इस गिरजे में सेवारत रहे । उक्त सभी पासवान प्रभु में सो चुके हैं ।
जून 1997 में रेव्ह राकेश साइमन ने चर्च का कार्यभार संभाला । उनकी अस्वस्थता
के कारण कई और प्रभु के सेवक उक्त चर्च में सेवा करने आए । जिनमें रेव्ह राकेश
गिल, रेव्ह सेमसन मैसी, रेव्ह पैन्जी सिंह, रेव्ह नवीन हैरीसन और वर्तमान में
रेव्ह जौन एस स्टीफन कलीसिया व चर्च में सेवारत हैं ।
चर्च में नियमित संडे स्कूल बच्चों के लिए प्रत्येक रविवार को होता है व
कलीसिया के जवान प्रत्येक रविवार बड़े उत्साह के साथ आराधना में प्रभु की
स्तुति व अन्य कार्यों में सहयोग करते हैं व श्री एडवर्ड किंटर चर्च के वाद्य
यंत्र संभालते व बजाते हैं । महिला समाज का योगदान भी अति सराहनीय है ।
वर्तमान में पासट्रेट कमेटी में श्री प्रदीप इफ्राइम, श्री विशाल सैमुअल श्री
फिरोज करीम श्री सुधाकर दिवेकर श्री मॉरिस किंटर महिलाओं में श्रीमती कैथरीन
लॉरेंस श्रीमती महिमा विक्टर कुमारी शांता दिवेकर वा संडे स्कूल टीचर श्रीमती
रेखा अठावले सभी अपना अपना योगदान दे रहे हैं ।
यह एक खूबसूरत चर्च है तथा प्रतीत होता है कि यहां निश्चित प्रभु यीशु मसीह का
वास है और चर्च में आने से असीम शांति मिलती है । प्रभु यीशु मसीह प्रत्येक की
प्रार्थना और विनती व आराधना व भेंटें स्वीकार करता है और स्वर्ग से आशीष देता
है ।
रेव्ह जौन एस स्टीफन
प्रेसबिटर इंचार्ज
साधु सुंदर सिंह सैंटनरी चर्च , प्रेम नगर , झांसी ।
St. Paul's Church, C.N.I., Banda was established in 1911.
This is the Second Old Church of the city.
It is also called Red Church because of its colour.
It is built in Neo-Gothic style (Middle Age religious architecture), Like Tall Pillars Curved Celling.
Pastor J. W. Hill built this church, which was made by Trilok Lodh (a mason). It is written on the top of the door.
There was some encroachment in the church compound, and the church was closed.
Then Mr. Yoel Ruskin came to Banda about 1970 and tried hard to reopen the church. In 1976, he was appointed presbytery-in-charge of St. Paul's church. Rev.Yoel Ruskin retired in 2014.
Rev. Jitendra Nath was transferred here as a presbytery-in-charge. He worked for 4 years, from 2014 to 2018.
In November 2018, Rev. Anupam John took charge as presbytery-in-charge of St. Paul's Church, Banda, until today.